ओमप्रकाश राजभर कैबिनेट मंत्री हुए बर्खास्त
मोहम्मद रोशन
लख़नऊ – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सिफारिस पर राज्यपाल राम नाइक ने ओम प्रकाश राजभर को बर्खास्त कर दिया है। ओम प्रकाश राजभर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। भाजपा की सहयोगी पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर पर पार्टी के नीतियों के विरोध में काम करने का आरोप है। पार्टी में पिछड़ा वर्ग कल्याण और विकलांग जन विकास मंत्री पद पर ओमप्रकाश राजभर पांच साल तक भाजपा से असंतुष्ट रहे और भाजपा ने विरोध किया। ग़ाज़ीपुर के डीएम रहे संजय खत्री को हटाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया था। लेकिन उन की मांगे मानी नहीं गई थी। उस के बाद डीएम का ग़ाज़ीपुर से तबादला हो तो अपनी पीठ थपथपाते दिखे। तब से लेकर अब तक ओमप्रकाश राजभर भाजपा पर सहयोगी रहे। कहते हुए पिछडो के हक्क की लड़ाई कर रही है। सरकार के पास पिछडो के लिए समय नहीं है। सरकारी विद्यालयों के सुधार के लिए समय नहीं है। पिछडो के छात्र वृति को देने के लिए समय नहीं है। कई बातों के बारे में बगावत करते रहे हैं। हाल ही में लोकसभा चुनाव के सीट बंटवारे को लेकर कुछ दिन तक कसमक चलती रही पांच सीटों की मांग की गई लेकिन तब तक कोई बढ़त नहीं बनी। अंत में दो सीटे मिली लेकिन भाजपा के सिम्बल पर लड़ने की बात की गई। इस से बगावत कर राजभर ने अपने सभी स्थानों पर 39 उम्मीदवार उतार दिए। कड़े तेवर अपनाने वाले योगी सरकार के मंत्री रहे ओमप्रकाश राजभर अंत में गाली गलौज पर उतर गए। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल के रूप में उन इस्तीफे की मांग की थी, जो आज उस पर मुहर लग गई।