मुख्तार अंसारी ने कोर्ट से कहा मुझे उत्तर प्रदेश सरकार से भी जान का खतरा

मन्ना सिंह हत्याकांड के मुख्य गवाह रामसिंह मौर्य और उनके सुरक्षा कर्मी की हत्या का मामला

प्रखर प्रयागराज। मऊ से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को अब उत्तर प्रदेश में आने से भी डर लगता है। इसके लिए उन्होंने बाकायदा प्रयागराज की एमपी एमएलए अदालत को प्रार्थना पत्र लिखकर अपनी जान की गुहार लगाई है। बता दें कि मऊ के चर्चित मन्ना सिंह हत्याकांड के मुख्य गवाह रामसिंह मौर्य और उनके सुरक्षाकर्मियों की हत्या के मामले में इस अदालत में चल रही सुनवाई के दौरान न्यायाधीश ने मुख्तार अंसारी के वकील से उन्हें कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया । लेकिन इसके बाद वकील ने मुख्तार अंसारी की तरफ से कहा कि उन्हें एमएलसी बृजेश सिंह , पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा और उत्तर प्रदेश सरकार से डर लगता है। लिहाजा उनके बयान को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दर्ज कराया जाए। बता दें कि मुख्तार अंसारी इन दिनों रंगदारी के एक मामले में पंजाब की रोपण जेल में बंद हैं। गौरतलब है कि इस मामले में आरोपित मुख्तार पिछले कई महीनों से कोर्ट में नहीं आ रहे थे। विशेष न्यायाधीश एमपी-एमएलए कोर्ट के सख्त रुक अख्तियार करने पर मुख्तार की तरफ से पेश अधिवक्ता ने उनकी जान को खतरा बताते हुए पेशी से छूट की मांग की थी। पिछली कई तारिख पर न आने पर कोर्ट ने सख्त रुख अख्तियार किया था। इस पर बचाव पक्ष वीडियो कांफ्रेसिंग से पेशी की मांग की थी। कहा कि विधायक कई गंभीर रोगों से ग्रसित है। पेशी कराये जाने पर उनको एमएलसी बृजेश सिंह, पूर्व कैबिनेट मंत्री मनोज सिन्हा के अलावा उत्तर प्रदेश सरकार तक से जान का खतरा है। इसके लिए अभियोजन ने अवधेश राय हत्याकांड में हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल के राकेश श्रीवास्तव न्यायिक बनाम राज्य सरकार का हवाला दिया। इसमें स्पष्ट निर्देश है आरोपित को हर हाल में कोर्ट के सामने प्रस्तुत रहना होगा। अगर नहीं आया है जो जेल सुपरिटेंडेंट और मुख्य सचिव के खिलाफ कोर्ट अवमानना की कार्रवाई हो सकती है। लेकिन अदालत ने बचाव पक्ष की आपत्ति को खारिज करते हुए मुख्तार को 31 अगस्त को अदालत में पेश करने का आदेश दिया है। इस दिन अभियोजन की तरफ से अंतिम बहस होगी और बचाव पक्ष इसका उत्तर देगा जिसके बाद इस मामले में फैसला लिया जा सकता है।





अन्य समाचार